Kolkata Doctor Death Case: कोलकाता में हुए ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर मामले को कलकत्ता हाई कोर्ट ने सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया था. सीबीआई अब इस मामले की जांच कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही सच्चाई सामने आएगी.
कोलकाता:
कोलकाता में हुए ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर मामले में केंद्र और बंगाल सरकार आमने-सामने नजर आ रही है. दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप जारी है. इस बीच तृणमूल कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुष्मिता देव ने सीबीआई की जांच पर सवाल उठाए हैं. टीएमसी नेता का कहना है कि सीबीआई ने अभी तक इस मामले की जांच को लेकर कोई अपडेट नहीं दिया है. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीबीआई को जांच पूरी करने के लिए 18 अगस्त तक का समय दिया था, जो आज खत्म हो रहा है.
सुष्मिता देव ने सोशल मीडिया साइड एक्स पर लिखा, “16 अगस्त को सीएम ममता बनर्जी ने मांग की थी कि सीबीआई आरजी कर अस्पताल बलात्कार और हत्या मामले की जांच 18 अगस्त तक पूरी कर ले, जो कि कोलकाता पुलिस को दी गई असल समय सीमा है. 14 अगस्त को केस अपने हाथ में लेने के बाद से सीबीआई ने जांच पर एक भी अपडेट नहीं दिया है. इस मामले में अब तक एकमात्र गिरफ्तारी कोलकाता पुलिस द्वारा पकड़े गए 1 आरोपी की है.”
टीएमसी नेता ने सवाल उठाए, “सीबीआई की जांच तेजी से क्यों नहीं चल रही है? मामले को सुलझाने के लिए पिछले 4 दिनों में सीबीआई ने असल में क्या किया है? जब पीड़ित को न्याय दिलाने की बात आती है, तो यह बिल्कुल भी आश्वस्त करने वाला नहीं है. न्याय में देरी, न्याय न मिलने के समान है. सीबीआई को आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी चाहिए और जांच की प्रगति के बारे में सभी को जानकारी देनी चाहिए.”
कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर की 9 अगस्त को सरकार द्वारा संचालित आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इस घटना ने कई गंभीर खामियों और संबंधित अधिकारियों के समर्थन की कमी को उजागर किया और इस मुद्दे ने विरोध प्रदर्शन के लिए एक ट्रिगर के रूप में काम किया. स्थानीय पुलिस द्वारा कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं होने पर बड़े पैमाने पर गुस्से के बाद, कलकत्ता हाई कोर्ट ने मामले को सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया था. सीबीआई अब इस मामले की जांच कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही सच्चाई सामने आएगी.