Jammu Kashmir elections 2024: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "यदि बेहतर रिश्ते होते तो हम पाकिस्तान को आईएमएफ से मांगी गई राशि से ज्यादा पैसे देते."
गुरेज (जम्मू-कश्मीर): Jammu Kashmir Assembly elections 2024: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कोई साधारण चुनाव नहीं है, बल्कि यह भारत के लोकतंत्र और इसकी ताकत का प्रदर्शन है. रक्षा मंत्री ने कहा कि यदि पड़ोसी देश ने भारत के साथ मित्रतापूर्ण संबंध बनाकर रखे होते तो भारत पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से मांगे गए पैकेज से भी बड़ा राहत पैकेज देता.
कश्मीर के बांदीपुरा जिले के गुरेज विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा 2014-15 में जम्मू-कश्मीर के लिए घोषित प्रधानमंत्री विकास पैकेज का जिक्र किया. बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा, “मोदी जी ने 2014-15 में जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की थी जो अब 90,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. यह राशि पाकिस्तान द्वारा आईएमएफ से मांगी गई राशि (राहत पैकेज के रूप में) से कहीं अधिक है.”
“हम दोस्त बदल सकते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं बदल सकते”
राजनाथ सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के प्रसिद्ध कथन का उल्लेख किया कि “हम दोस्त बदल सकते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं बदल सकते.” उन्होंने कहा, “मैंने कहा, मेरे पाकिस्तानी दोस्तो, हमारे बीच तनावपूर्ण संबंध क्यों हैं, हम पड़ोसी हैं. अगर हमारे बीच अच्छे संबंध होते, तो हम आईएमएफ से अधिक धन देते.”
रक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र जम्मू-कश्मीर को विकास के लिए धन देता है जबकि पाकिस्तान लंबे समय से वित्तीय सहायता का दुरुपयोग कर रहा है. उन्होंने कहा, “वह अपनी धरती पर आतंकवाद की फैक्ट्री चलाने के लिए दूसरे देशों से धन मांगता है.”
सिंह ने कहा कि जब घाटी में “इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत” बहाल करने का वाजपेयी का सपना साकार होगा तो कश्मीर फिर से धरती का स्वर्ग बन जाएगा. उन्होंने कहा कि भारत के खिलाफ आतंकवाद को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने वाला पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अलग-थलग पड़ गया है और उसके कुछ विश्वस्त सहयोगी भी पीछे हट गए हैं.
अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान हताश
उन्होंने कहा कि, “जब भी हमने आतंकवाद की जांच की है, तो हमें पाकिस्तान की संलिप्तता ही मिली है. हमारी सरकारों ने पाकिस्तान को यह समझाने की कोशिश की है कि उन्हें आतंकी शिविर बंद करने चाहिए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान हताश है और आतंक को फिर से जिंदा करने की कोशिश कर रहा है. वे नहीं चाहते कि यहां लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हों. (लेकिन) भारत इतना मजबूत है कि वह पाकिस्तान से उसकी धरती पर मुकाबला कर सकता है. अगर पाकिस्तान से कोई भारत पर हमला करता है, तो हम सीमा पार करके जवाब दे सकते हैं.”
राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान अब अलग-थलग पड़ गया है. उन्होंने कहा, “यहां तक कि तुर्किये, जो पाकिस्तान का समर्थन करता था, उसने भी संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर का जिक्र नहीं किया.”
बीजेपी नेता ने कहा कि जब से केंद्र में उनकी पार्टी की सरकार आई है, जम्मू-कश्मीर में शांति लौट आई है. उन्होंने कहा, “आतंकवाद का कारोबार अब ज्यादा दिन तक नहीं चलने वाला है.”
गुरेज से अधिक लोगों को सेना में भर्ती किया जाएगा
बीजेपी के चुनाव घोषणापत्र में किए गए वादों को दोहराते हुए सिंह ने कहा, “रक्षा मंत्री के तौर पर मैं आपको आश्वासन देता हूं कि अगर (बीजेपी उम्मीदवार) फकीर मोहम्मद खान जीतते हैं तो गुरेज से और अधिक लोगों को भारतीय सेना में भर्ती किया जाएगा.”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गुरेज की सबसे बड़ी मांग राजदान दर्रे के माध्यम से एक सुरंग का निर्माण है, जिससे देश के बाकी हिस्सों के साथ सभी मौसम में संपर्क स्थापित हो सकेगा. उन्होंने कहा कि अब क्षेत्र में चौबीसों घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है, इंटरनेट टावर लगाए गए हैं. सड़कें पहले से अच्छी हो गई हैं और उन्हें और बेहतर बनाया जाएगा. उन्होंने कहा, “देश के रक्षा मंत्री के तौर पर मैं आपको आश्वासन देता हूं कि चुनाव के बाद मैं संबंधित मंत्री को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए यहां लाऊंगा.”
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